डेल्टा + वरियेंट क्या है ?
भारत और पुरे विश्व में पिछले कुछ दिनों से डेल्टा + वैरियंट सुनने को मिल रहा है यह क्या है और किसकी सप्रजाति है हम, इसको आसान भाषा में समझने का प्रयास करेंगे
भारत में 2020 से कोरोना के बहुत सारे मामले देखने को मिल रहे है इसमें कोरोना के बहुत प्रकार भी है जो की लगातार अपने जीनोम में परिवर्तन कर रहे और नया रूप धारण करके लू को नुकसान पंहुचा रहे है इसी कड़ी में हमें डेल्टा काबा जैसे रूपों को भी देखने को मिला अब भट्ट में डेल्टा + वैरियंट अपना पाव भारत में पसार चूका है जो की बहुत घातक है
क्या है डेल्टा प्लस वैरिएंट
भारत में सबसे पहले डेल्टा प्लस वैरिएंट के बारे पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड के न्यूज़ पेपर में छापा गया था. विशेषज्ञों की मानें तो यह नया वैरिएंट डेल्टा या B.1.617.2 वैरिएंट के म्यूटेशन के बाद बना है. जिसे डेल्टा प्लस (AY.1) भी कहा जा रहा है. दरअसल, डेल्टा वैरिएंट की स्पाइक प्रोटिन में K417N म्यूटेशन जुड़ जाने का कारण यह डेल्टा प्लस वैरिएंट में तब्दिल हो चुका है. विशेषज्ञों के अनुसार यह पहले के वैरिएंट के मुकाबले और संक्रामक है, जो लोगों को तेजी से संक्रमित कर सकता है. हालांकि, वैज्ञानिक लगातार इसके प्रभाव को जानने में लगे हुए है. और यहाँ भी पता किया जा रहा है की वर्तमान में चलने वाला वेक्शन कितना कारगर है
भारत में कितना पांव पसार चुका है यह वैरिएंट
जैसा कि पहले भी बता चुके हैं कि भारत में इसके कुछ मामले सामने आए है. जो की सुरवती रूप में महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक, दिल्ली, जैसे राज्य शामिल है
भारत के अलावा और कहां पाए गए ये वैरिएंट
भारत के अलावा, डेल्टा प्लस वैरिएंट यूके, यूएस, पुर्तगाल, स्विट्जरलैंड, जापान, पोलैंड, चीन और रूस में भी पाया गया है.
डेल्टा प्लस वेरिएंट के लक्षण
स्वास्थ्य मंत्रालय की मानें तो डेल्टा प्लस पहले वाले वैरिएंट की तुलना में ज्यादा संक्रामक है.
1. यह फेफड़े की कोशिकाओं में पहले के मुताबिक ज्यादा मजबूती से चिपक सकता है.
2. फेफड़ों को ज्यादा नुकसान पहुंचा सकता है.
3. यह हमारे इम्यूनिटी को कमजोर भी कर सकता है और उसे चकमा भी दे सकता है.
4. डेल्टा प्लस वैरिएंट की चपेट में आने वालों में काफी गंभीर रूप से खांसी, जुकाम और कोल्ड देखने को मिली है
5. इससे सिरदर्द,
6. गले में खराश
7. नाक बहना जैसे आम लक्षण तो संभव है ही.
डेल्टा प्लस वैरिएंट से कैसे बचें
भारत सरकार डेल्टा प्लस वैरिएंट को चिंता के प्रकार (Variant Of Concern) के रूप में देख रही है.
1. अत: जरूरत न हो तो घर से बाहर न जाएं
2. अगर बहुत जरूरी हो तो मास्क पहन कर ही निकलें, कोशिश करें डबल मास्क पहनें.
3. बाहर सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन करें, 6 फीट की दूरी बनाएं रखें
4. दिन भर में कई बार हाथों को 20 सेकेंड के लिए साबुन से धोना न भूलें
5. घर या अपने आसपास को स्वच्छ रखें, नियमित रूप से डिसइंफेक्ट करते रहें
6. बाहर से कोई समान मंगवा रहे तो उसे भी डिसइंफेक्ट करके ही इस्तेमाल करें
7. सामूहिक कार्यक्रम न करें
8. वैक्सीनेशन की संख्या भी बढ़ानी होगी
वैक्सीन डेल्टा प्लस वैरिएंट पर प्रभावी है या नहीं?
भारत सरकार के स्वास्थ्य विभाग की मानें तो कोविशील्ड और कोवैक्सीन कोविड के अल्फा, बीटा, गामा और डेल्टा जैसे सभी वैरिएंट के खिलाफ प्रभावी है. हाल ही में हुए ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के अध्ययन के अनुसार, एस्ट्राजेनेका और फाइजर बायोएनटेक द्वारा सामूहिक रूप से बनाए गए कोविड वैक्सीन भी डेल्टा और कप्पा वैरिएंट के खिलाफ व्यापक रूप से कार्य करता है.

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